आज हम बात कर रहे है हॉरर फिल्म Tumbbad Movie Review की। एक ऐसी हॉरर फिल्म जिससे रोंगटे खड़े हो जायेगे और यह फिल्म अनोखा अनुभव देगी। तुब्बाड़ 12 अक्टूबर 2018 को अमेज़न प्राइम पर रिलीज़ हुयी थी। बाद में यह फिल्म अमेज़न प्राइम से किसी कारणों की वजह से हटा दी गयी थी। अभी यह यूट्यूब पर भी उपलब्ध नहीं है। लेकिन फिल्म तुब्बाड़ बड़े परदे पर री -रिलीज़ होने वाली है।
Tumbbad Movie Review:
फिल्म तुब्बाड़ एक हॉरर फैंटेसी फिल्म है। फिल्म की कहानी बहुत अनोखी, डरावनी और अद्भुत है। तुब्बाड़ के हर एक किरदार ने अभिनय इतना शानदार किया है की जितनी तारीफ की जाये कम है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी कमाल की है। फिल्म में अद्भुत दृश्यों को दर्शाया गया है। जब यह फिल्म अमेज़न प्राइम पर रिलीज़ हुयी थी तो लगा की इतनी शानदार फिल्म को बड़े परदे पर रिलीज़ होना चाहिए था, अब ऐसा होने जा रहा है। फिल्म तुब्बाड़ 13 सितम्बर 2024 को सिनेमाघरो में आ जाएगी। यह एक शापित गाँव की कहानी है।
कहानी: (Story)
फिल्म की कहानी को महाराष्ट्र के गाँव तुब्बाड़ में दर्शाया गया है। कहानी की शुरुआत 1918 से होती है। विनायक राव (सोहम शाह) नाम का एक छोटा लड़का होता है गाँव में रहता है जो अब धीरे धीरे बड़ा हो रहा होता है। तुब्बाड़ ऐसा गाँव है जहा पर बारिश कभी बंद नहीं होती क्यों की यह गाँव शापित है। इस गाँव में बहुत समय पहले एक देवता हस्तर होता है जिसको असीम लालच के कारण कभी पूजा नहीं गया। इस शापित गाँव में भूमि के गर्भगृह में खजाना छुपा हुआ है, जिसकी रक्षा स्वयं शापित हस्तर करता है। विनायक की माँ एक रहस्यमयी बूढी औरत की सेवा करती है। वो औरत हस्तर के खजाने रक्षा करती है। विनायक को खजाने के बारे में पता चलता है तो उसकी महत्वाकांक्षा जाग जाती है। विनायक का जुनून उस खजाने के प्रति बढ़ता जाता है। विनायक का यह जुनून उसको खतरनाक और भयानक रास्ते पर ले जाता है। विनायक की आत्मा धीरे-धीरे लालच के कारण भ्रष्ट हो जाती है। इसके परिणाम स्वरूप वो बहुत यातना झेलता है। फिल्म की कहानी विनायक के इर्द गिर्द घूमती है। फिल्म की पूरी कहानी हस्तर नामक पौराणिक देवता पर आधारित है लालच के कारण श्राप मिला था। इस कहानी में लालच, महत्वाकांक्षा, मानव की कमजोरी और पौराणिक कहानी का अद्भुत मिश्रण है।
सिनेमेटोग्राफी:(Cinematography)
फिल्म की सिनेमेटोग्राफी कमाल की है। हर एक दृश्य डरावना है। गाँव का शापित होने की वजह से जो न रुकने वाली बारिश होती है और हमेशा अंधेरे से भरे हुए दृश्य फिल्म के माहौल को और डरावना बनाते है। पौराणिक कथा का चित्रण और ऐतिहासिक समय को वास्तविक रूप में उतारने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ग्रामीण परिवेश को बहुत सुन्दर तरीके से दर्शाया गया है। यह सब मिलकर इस फिल्म को अनोखी हॉरर फिल्म बनाता है।
निर्देशन:(Direction)
फिल्म का निर्देशन राही अनिल बर्वे ने किया है और सह निर्देशन आदेश प्रसाद है। रही अनिल और आदेश प्रसाद ने मिलकर एक अद्वितीय और मौलिक हॉरर फिल्म बनाई है। जो भारतीय हॉरर फिल्म में अपनी एक अलग पहचान रखती है। फिल्म की कहानी धीरे-धीरे विनायक के बचपन से आगे बढ़ती है और अंत तक विनायक के लालच और उसको परिणामो को दिखाती है, जो दर्शको को अंत तक बांधे रखती है। अब फिल्म 13 सितंबर 2024 को थिएटर में रिलीज़ होने जा रही है। हॉरर फिल्म के शौक़ीन लोगो को यह फिल्म देख कर एक अलग ही अनुभव होगा। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा सकती है।
स्टारकास्ट और अभिनय:(Star Cast and Acting)
एक्टर सोहम शाह ने विनायक राव की भूमिका बहुत शानदार तरीके से निभाई है। फिल्म में सोहम शाह ने एक लालची और अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए किसी भी हद्द तक जाने वाले व्यक्ति का किरदार निभाया है। सोहम शाह के अलावा फिल्म में ज्योति मालशे (विनायक की माँ) अनिता दाते केळकर (विनायक की पत्नी) रूद्र सोनी आदि कलाकारों ने भी बेहतरीन अभिनय किया है।
फिल्म की थीम: (Films Theme)
तुब्बाड़ फिल्म की थीम लालच और उसके दुष्परिणामों को गहरायी से दर्शाती है। इस फिल्म में पौराणिक कथा के माध्यम से मानव की लालच को दिखाया गया है। जो सोचने पर मजबूर कर देती है की मानव अपने लालच में किस हद तक अँधा हो सकता है। विनायक का खजाने के लिए जूनून उसकी जिंदगी के साथ-साथ उसके आने वाली पीढ़ियों को भी प्रभावित कर देता है।
संगीत:(Music)
फिल्म का बैकग्राउंड संगीत दिया है जेस्पर किड ने। उनका संगीत बहुत प्रभावशाली है। फिल्म का संगीत डरावने दृश्य को जीवंत कर देता है और डरावनी भावनाओं को उभारने में मदद करता है। जिस से फिल्म और भी डरावनी हो जाती है।
निष्कर्ष:(Conclusion)
तुब्बाड़ और हॉरर फिल्म की तरह नहीं है जिसकी कहानी एक दूसरे से मेल खाती हो। यह एक अनोखी फिल्म हॉरर फिल्म है। इस में पौराणिक कथा, ड्रामा, लालच, श्राप का अनोखा तालमेल है। फिल्म समाप्त होने के बाद भी सोचने को मजबूर कर देती है। शानदार अभिनय, डरावने दृश्य और हॉरर स्टोरी में कुछ नया चाहने वाले लोगों को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। फिल्म अंत में एक संदेश भी देती है कि लालच का अंत हमेशा बुरा ही होता है। ` `
लोग ये भी जानना चाहते है \ PEOPLE ALSO ASK
QUE- फिल्म तुब्बाड़ कब रिलीज़ हुयी थी?
ANS – फिल्म तुब्बाड़ 12 अक्टूबर 2018 को अमेज़न प्राइम पर रिलीज़ हुयी थी।
QUE- फिल्म तुब्बाड़ कहा देख सकते है?
ANS.फिल्म तुब्बाड़ 2018 में अमेज़न प्राइम पर देख सकते थे। लेकिन अभी अमेज़न प्राइम से हटा दी गयी है।
QUE – फिल्म तुब्बाड़ यूट्यूब पर उपलब्ध है?
ANS – तुब्बाड़ फिल्म यूट्यूब पर उपलब्ध नहीं है।
QUE- क्या फिल्म तुब्बाड़ थिएटर में रिलीज़ होगी ?
ANS – जी हाँ तुब्बाड़ फिल्म अब थिएटर में रिलीज़ होगी।
QUE- फिल्म तुम्बड़ कब रिलीज़ होगी?
ANS- 13 सितम्बर 2024 को फिल्म री-रिलीज़ होने जा रही है।
QUE- तुब्बाड़ का अर्थ क्या है ?
ANS- तुब्बाड़ के कई अर्थ है। तुब्बाड़ महाराष्ट के एक गाँव का नाम है। तुब्बाड़ का अर्थ गोल मटोल शरीर वाला प्राणी भी होता है। तुब्बाड़ गाँव के लोगो की मान्यता है की उनके पूर्वज इस गाँव में खजाना छुपा कर गए है।