Pill Web Series Review: रितेश देशमुख की नयी वेब सीरीज “पिल” जिओ सिनेमा पर आ चुकी है। “पिल” वेब सीरीज दिखाती है की कैसे लोगो की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जाता है। दवाइयों को बिना किसी ट्रायल के ही लोगो तक पहुंचाया जाता है “पिल” का मतलब है गोली या दवा। आइये जानते है कैसी रही ये वेब सीरीज और क्या है इसकी कहानी।
क्या है पिल की कहानी: (What is the story of pill)
Pill Web Series Review: शुरुआत होती है पंजाब से जहाँ हॉस्पिटल के बैनर जगह- जगह लगे हुए है। तभी एक डॉक्टर दिखाया जाता है जो एक आदमी से बात बात कर रहा होता है। वो आदमीं डॉक्टर से कहता है की डॉक्टर साहब आप को कुछ भी नहीं करना बस आप को 40 के 400 करना है। डॉक्टर कहता है ये काम हो जायेगा लेकिन मेरे ऊपर भी जो मैनज्मेंट है उन्हें में कैसे ये बात समझाऊंगा। आदमी कहता है जैसे मैंने आप को समझाया है। डॉक्टर मान जाता है। उसके बाद डॉक्टर अपने पेशेंट को देखने राउंड पर जाता है। अपने मरीजों से हाल चाल पूछता है और कहता है की वो जल्दी ठीक हो जायेगे। उसके बाद कम्पाउण्डर कुछ फॉर्म लेकर मरीजों के पास जाता है , और सभी मरीजों से उन पर सिग्नेचर ले लेता है। वहां पर एक पोस्टर लगा रहता है। जिस पर लिखा रहता है क्लीनिकल ट्रायल। फिर कम्पाउण्डर एक दूसरे डॉक्टर के पास जाता है तो डॉक्टर पूछता है की कितने मरीज है तो कम्पाउण्डर कहता है की 100 मरीज है। लेकिन डॉक्टर साहब ने 400 पेशेंट की फाइल दी है। फिर एक आदमी को कहता है की इस बार नंबर बहुत गड़बड़ है 100 को 400 कैसे दिखाएंगे। तो डॉक्टर उसे साढ़े चार लाख रूपए देता है और कहता है की अपने पहले भी ऐसा किया है , इस बार भी आप कर लोगे। फिर हम देखते है की वही आदमी सभी छोटे बड़े हॉस्पिटल में जाता है और सभी डॉक्टर्स को कुछ पैसे देकर कुछ न कुछ ऑफर देता है और सभी फाइल पर एप्रूव्ड का स्टाम्प लगा रहे होते है। फिर 6 महीने बाद फॉरएवर क्योर फार्मा कंपनी को देखते है। एक लेडी ऑफिसर समरीत फॉरएवर क्योर फार्मा कंपनी में रैड मारती है लेकिन वहां का गार्ड उसे अंदर नहीं जाने देता। लेकिन वो अंदर जाती है अपनी टीम से कहती है जो फाइल समझ में आये वो उठा लेना इतने में ही एक आदमी एक फाइल लेकर भागता है और पीछा करने पर नाली में फेंक देता है।
अब एंट्री होती है डॉक्टर प्रकाश (रितेश देशमुख ) की। जो बहुत सीधा साधा है। फॉरएवर क्योर फार्मा कंपनी वर्ल्ड की लार्जेस्ट ड्रग कंपनी है जो मेडिसिन बनाती है। इस कंपनी का मालिक है वासुदेव ब्रह्मा। इस कंपनी ने बहुत कम लोगो पर मेडिसिन का ट्रायल करके दवाइयों को लॉन्च किया है , और उस ट्रायल के नंबर को बहुत बढ़ा चढ़ा कर बताया गया है। अब इन सबके खिलाफ डॉक्टर प्रकाश (रितेश देशमुख ) कैसे लड़ेंगे। ये देखना बहुत दिलचस्प होगा। कुछ फार्मा कंपनी अपने फायदे के लिए कैसे लोगो की सेहत के साथ खिलवाड़ करती है। ये देखने लायक है।
कैसी है “पिल” वेब स्टोरी ( How is the Pill web story)
Pill Web Series Review:रितेश देशमुख कॉमेडी से ज्यादा सीरियस किरदार में छा जाते है। जैसी की “एक था विलेन” और “वेड” में हम देख चुके है। ऐसे ही वेब सीरीज “पिल” में रितेश देशमुख ने डॉक्टर का किरदार निभाया है। ये वेब सीरीज जिओ सिनेमा पर देख सकते है। इस वेब सीरीज के पूरे 8 एपिसोड है। हर एपिसोड 30 से 35 मिनट का है। हर एपिसोड बहुत एंगेजिंग है। वेब सीरीज का टॉपिक ऐसा है की हम भी सोच में पड़ जायेगे की हम बीमार होने पर जो दवाइया कहते है वो सही भी है या हमारी सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है। ये कहानी ऐसी फार्मा कंपनी की है जो अपने को मार्केट में आगे रखने के लिए झूठे ट्रायल या बिना क्लीनिकल ट्रायल के दवाइयों को मार्केट में लॉन्च करती है। एक साधारण सा डॉक्टर कैसे इतनी बड़ी फार्मा कंपनी के खिलाफ लड़ता है। ये देखने के लिए देखिये जिओ सिनेमा पर “पिल”
People also ask / लोग यह भी पूछते है।
-वेब सीरीज “पिल” कहाँ देख सकते है?
“पिल” वेब सीरीज जिओ सिनेमा पर लॉन्च हुई है।
वेब सीरीज “पिल” का विषय क्या है?
“पिल” वेब सीरीज फार्मा कंपनी के फेक ट्रायल करके दवाइयों को मार्केट में लॉन्च करने पर है।
वेब सीरीज “पिल” में मुख्य किरदार में कौन है?
रितेश देशमुख वेब सीरीज “पिल” में मुख्य भूमिका में है।