Bad Newz  Movie Review: तृप्ति डिमरी ने ढाया कहर तो एमी विर्क और विक्की भी नहीं रहे पीछे 

Bad newz movie review

Bad newz movie review: फिल्म “बैड न्यूज़” एक कॉमेडी, ड्रामा और रोमांस से भरपूर फिल्म है, जो अब रिलीज़  है। आइये जानते है दर्शकों को  कैसी लगी  फिल्म “बैड न्यूज़” ।  

बैड न्यूज़ मूवी रिव्यु: Bad Newz Movie Review   

विक्की कौशल, एमी  विर्क और तृप्ति डिमरी स्टारर फिल्म “बैड न्यूज़” रिलीज़ हो गयी है।  फिल्म को डायरेक्ट किया है आनंद तिवारी ने। बैड न्यूज़ करन जौहर के धर्मा प्रोडक्शन हाउस तले  बनी है। इसके पहले आयी फिल्म “गुड न्यूज़” में करीना कपूर,अक्षय कुमार, दिलजीत दोसांझ और किआरा आडवाणी थी।  फिल्म हिट साबित हुयी थी।  लेकिन अभी की फिल्म “बैड न्यूज़”  की कहानी “गुड न्यूज़” से बहुत अलग है। बैड न्यूज़ में  एक अलग मेडिकल कंडीशन को  कॉमेडी के जरिये पेश किया गया है। फिल्म में अगर दिमाग लगाओगे तो फिल्म देखने में  मजा नहीं आएंगे।  फिल्म में रोमांस, कॉमेडी और इमोशन का तड़का लगाया गया है।  फिल्म “बैड न्यूज़” का  मिला जुला रेस्पॉन्स देखने को मिल रहा है। दर्शकों को तृप्ति डिमरी के इंटिमेट सीन और विक्की कौशल के साथ रोमांस ने अपनी तरफ खींचा है।  विक्की कौशल की कॉमेडी और एक्टिंग लोगो को बहुत पसंद आयी।  लेकिन एमी विर्क की फिल्म में एंट्री कुछ खास नहीं रही। 

क्या है फिल्म की कहानी: (What is the story)

फिल्म की कहानी शुरू होती है दिल्ली की सलोनी बग्गा (तृप्ति डिमरी ) से जो एक होटल में मास्टर शेफ है।  सलोनी मेराकी स्टार मास्टर शेफ बनना चाहती है। यह ख़िताब हर मास्टर शेफ को नहीं मिलता।  सलोनी की वही मुलाकात होती है अखिल चड्ढा (विक्की कौशल )से।  दोनों में पहली नजर में प्यार हो जाता है।  दोनों में रोमांस होता है फिर चट मंगनी पट ब्याह हो जाता है। शादी के कुछ समय बाद दोनों को एहसास होता है की दोनों एक दूसरे से ब्याह से बहुत अलग है। जहाँ अखिल चड्ढा थोड़ा टिपिकल लड़का है, वही सलोनी अपने मेराकी  मास्टर शेफ के सपने को पूरा करना चाहती है। अखिल अपनी माँ को भी बहुत प्यार करता है। इस वजह से दोनों के बीच दूरिया आ जाती है और दोनों अलग हो जाते है। फिर सलोनी की ज़िन्दगी में आता है गुरबीर पन्नू  (एमी विर्क) जो स्वाभाव से शांत और शर्मीला है। दोनों में नजदीकियां बढ़ती है और वही होता है जो नहीं होना चाहिए था। फिर एंट्री होती है   कोरोना मौसी (नेहा धूपिया ) की।  सलोनी को पता चलता है की वो प्रेग्नेंट है लेकिन उसे ये पता नहीं है की बच्चे का पिता कौन है अखिल या गुरबीर।  बाद में चेकउप के बाद पता चलता है की सलोनी जुड़वाँ बच्चो की माँ बनने वाली है जिसमे  एक बच्चा अखिल का है दूसरा गुरवीर का। मतलब एक ही समय में दो अलग – अलग पिता के बच्चे एक ही गर्भ में।  ऐसी स्थिति को मेडिकल टर्म  में “हेट्रो पेट्रनल सुपर फेकंडशन” ( Heteropaternal superfecundation) कहते है।  फिर क्या जैसी ही ये बात दोनों अखिल और गुरबीर को पता चलती है तो दोनों का दिमाग घूम जाता है। लेकिन फिर दोनों अपने – अपने बच्चे के लिए एक अच्छा पिता बनना कहते है।  दोनों में होड़ हो जाती है की कौन अच्छा पिता बनेगा और दोनों एक दूसरे से बेहतर पिता बनना कहते है। 

 फिल्म का बेस्ट पार्ट क्या है:( Best Part of Movie) 

फिल्म का बेस्ट पार्ट है कॉमेडी।  कॉमेडी के जरिये इतने बड़ी मेडिकल कंडीशन को आसानी से दिखा दिया।  फिल्म में जो दिखाया है वो सिर्फ फिल्मो में ही पॉसिबल है असल जिंदगी में इतने बड़े मसले इतनी आसानी से हल नहीं होते है।  फिल्म की एंडिंग करण जौहर की हर फिल्म की तरह ही हैप्पी एंडिंग वाली थी। तृप्ति डिमरी ने भी अपना किरदार बहुत  अच्छे से निभाया है। विक्की कौशल तो अपनी एक्टिंग के साथ ही अपने गाने “तौबा तौबा” से छा गए है।  एमी विर्क  एक्टिंग ठीक ठाक ही रही। नेहा धूपिया का मौसी का किरदार निभाना थोड़ा अजीब  है क्यों की वो अपने टाइम की बहुत अच्छी एक्ट्रेस रही है।  फिल्म के गाने सभी अच्छे है।  लेकिन पुराने गाने “मेरे महबूब मेरे सनम”  को नए तरीके से पेश किया गया है जो लोगों को पसंद आ रहा है। बाकी मूवी में कुछ कमियां है  लेकिन फिल्म को बिना दिमाग लगा कर एन्जॉय करोगे तो फिल्म अच्छी लगेगी।  

 

यह भी पढ़े

तृप्ति डिमरी बायोग्राफी

Share on facebook
Facebook
Share on twitter
Twitter
Share on linkedin
LinkedIn

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top